हमारे भारत के लिए ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली निशानेबाज मनु भाकर को बड़े लंबे इंतजार के बाद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। क्योंकि इससे पहले मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कारों के नाम की घोषणा हुई थी तब उसमें निशानेबाज मनु भाकर का नाम शामिल नहीं था। जिससे उनके घरवालों और सबसे ज्यादा उनके पिता को निराशा हुई थी। जो उनके पिता ने जाहिर भी की थी और जिसके चलते मनु भाकर को खेल रत्न देने की घोषणा की गई है। इसमें तीन और खिलाड़ियों को भी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। इसके अलावा हाल ही में शतरंज में विश्व चैंपियन बनने वाले डी गुकेश को भी खेल रत्न से सम्मानित किया गया है। ओलंपिक में भारत के लिए दो मेडल जीतने वाले मनु भाकर के साथ – साथ हाल ही में शतरंज में विश्व चैंपियन बनने वाले डी गुकेश ने शतरंज विश्व कप के फाइनल में चीन के लिन डेन को हराकर विश्व चैंपियन की किताबी जीत हासिल की थी। जिसके लिए उनको सर्वोच्च खेल सम्मान से नवाजा गया है।
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भारत के दिए खेल रत्न पुरस्कार जीतने वाले खिलाड़ी।
हमारे भारत के लिए कई खिलाड़ियों ने पुरस्कार जीत कर सम्मानित किया है। जिसमें शतरंज के विश्व चैंपियन डी गुकेश भी शामिल है। उन्होंने भारत की तरफ से सबसे कम उम्र में शतरंज में विश्व चैंपियन बनकर यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। निशानेबाज मनु भाकर और विश्व चैंपियन डी गुकेश के अलावा भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह को भी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में कमाल करते हुए ब्राॅन्ज मेडल जीता था। भारतीय हॉकी टीम का ओलंपिक में यह लगातार दूसरा ब्रॉन्ज मेडल भी था। हरमनप्रीत के साथ पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को भी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। पेरिस पैरालंपिक 2024 में प्रवीण कुमार ने भारत के लिए ऊंची कूद के टी64 कैटिगरी मैं गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। इसके अलावा टोक्यो पैरालंपिक 2020 में प्रवीण ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। भारत के लिए पैरालंपिक खेलों में इस अद्भुत योगदान के लिए प्रवीण कुमार को सर्वोच्च खेल सम्मान दिया गया है।
बता दें , कि मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार भारत में दिए जाने वाले सर्वोच्च खेल सम्मान है। इस सम्मान के साथ-साथ पुरस्कार अपने वाले खिलाड़ी या एथलीट को 25 लाख रुपए दिए जाते हैं। और उसके साथ ही एक ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है। बता दें , कि पहले खेल रत्न पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ियों को सिर्फ 7.5 लाख रुपए ही दिए जाते थे। साल 2020 में इसे बढ़ाकर 25 लाख रुपए कर दिए हैं। आशा करते हैं कि ऐसे ही भारत के लिए हमारे खिलाड़ी ऐसे पुरस्कार जीतते रहें और हमारे भारत को सम्मान प्रदान करते रहें।